किसी भी कंप्यूटर लैंग्वेज प्रोगामर , प्रोग्रामिंग सिखने से पहले यही सोंचता है की क्या C++ से पहले C भाषा सीखनी चाहिए? तथा C और C ++ में क्या अंतर है? जो भी प्रोग्रामिंग भाषा सीखता है सबसे पहले इन दोनों प्रोग्रामिंग के बारे में confuse रहता है |

Introduction of C Programming Language-
C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सभी प्रोग्रामिंग भाषाओं की mother language कहा जाता है | क्योंकि लगभग सभी प्रोग्रामिंग भाषा का आधार c भाषा ही है |
- इसे Dennis Ritchie द्वारा AT&TBELL लेबोरेटरी में 1972 में बनाया गया |
- सी लैंग्वेज को B language से adopt किया गया है|
- यह mid level programming लैंग्वेज है |
- इसमें बड़े और complex प्रोग्रामों को function के रूप में बांटा जाता है |
- C प्रोग्रामिंग में data को function to function को भेजा जाता है |
Introduction of C++ Programming Language –
सी प्रोग्रामिंग भाषा में जो कमिया थी उन्हें C++ प्रोग्रामिंग भाषा में दूर करने के लिए इसको बनाया गया | C++ प्रोग्रामिंग भाषा C भाषा का एडवांस रूप है, जहाँ (++) increment operator है |
- C++ Programming Language को 1979 में Bjarne Stroustrup के द्वारा डेवलप की गयी।
- C++ का नाम पहले “C With Classes” रखा गया था जो 1983 C++ कर दिया गया |
- C के सभी नियम C++ पर भी लागू होते हैं।
- C++ में प्रोग्राम object में विभाजित होते है |
- यह एक High level Programming लैंग्वेज है |
C और C ++ में क्या अंतर है?
- C प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में top – down approach होता है , जहाँ C++ में bottom-up approach होता है |
- C एक Procedure Oriented programming language है जबकि C++ एक object oriented programming language है |
- C programming language में data-hiding नहीं सकते है,लेकिन C++ में data-hiding के माध्यम से data को secure किया जा सकता है |
- C भाषा में input-output के लिए stdio.h (Standard-Input-Output.h) हेडर फाइल का उपयोग करते हैं , परन्तु सी++ में iostream.h (Input-Output-Stream.h) हेडर फाइल का उपयोग करते हैं |
- C भाषा के सभी नियम C++ पर भी लागू होते हैं,परन्तु C में ऐसा नहीं हो सकता है |
- C में, हम दो फ़ंक्शन को एक ही नाम नहीं दे सकते हैं, जबकि C++ में polymorphism सहायता से ऐसा कर सकते है।
- C में नए datatypes नहीं बना सकते है जबकि C++ में नए datatypes बनाये जा सकते हैं OOP approach से , जिसे extensibility कहा जाता है|
- C लैंग्वेज में function overloading और operator overloading दोनों ही नहीं की जा सकती हैं, लेकिन C++ में ऐसा कर सकते हैं |
- C में encapsulation कांसेप्ट का उपयोग नहीं कर सकते हैं, जबकि C ++, encapsulation Concept सपोर्ट करती है|
- C लैंग्वेज में exception handling नहीं की जा सकती है लकिन स++ में exception को आसानी से हैंडल कर सकते हैं |
- C में input के लिए scanf() तथा output के लिए print() फंक्शन का उपयोग करते हैं , जहाँ C++ में इनपुट के लिए Cin तथा Cout का उपयोग आउटपुट के लिए उपयोग करते हैं |
- C में inheritance का उपयोग नहीं कर सकते हैं लेकिन C++ में inheritance को उपयोग कर सकते हैं |
- C लैंग्वेज में 32 pre-defined keywords होते हैं , जहाँ C++ में 63+ pre-defined keywords होते हैं |
- C++ में Constructor और Destructor का उपयोग कर सकते हैं परन्तु C programming language में नहीं |
क्या C++ से पहले C भाषा सीखनी चाहिए?
जी हाँ , C Programming Language ,C++ से पहले सीखना चाहिए | यदि आप सी लैंग्वेज पहले सीखते हैं तो आपको बेसिक प्रोग्रामिंग में अच्छी कमांड हो जाती है जिससे C++ में advance OOPs के कांसेप्ट भी आसानी से समझ आ जाते हैं |
Conclusion –
ब्लॉग पढ़ने के बाद आप अच्छे से समझ गए होंगे कि C और C++ में क्या अंतर है? तथा क्या C++ से पहले C भाषा सीखनी चाहिए? दोनों प्रश्नो का उत्तर आपको बहुत ही अच्छे से एक्सप्लेन कर दिया गया है | यदि अभी भी कोई सवाल जो आप हमसे पूछना चाहते है तो Comment या Contact Us के माध्यम से जरूर पूछें |
